गुरुवार, 9 अप्रैल 2009

प्यार तो भी फसाना होता है

लव खामोश , दिल में अफसाना होता है

रुखसत चैन आँखों की नींद

वो भी याद रुलाना होता है

प्यार तो भी फ़साना होता है

लव खामोश दिल में अफसाना होता है

इतना भी न कह पाना की

ये प्यार और दिल हर पे न आना होता है

लेकिन ये भी तो गुजरा ज़माना होता है

प्यार तो फ़साना होता है

लव खामोश दिल में अफसाना होता है

इस दिल की अवाज कभी- कभी

दीये में जलते लौ की तरह परवाना होता है

पता नहीं था की ऐसा भी खुदगर्ज़ जमाना होता है

प्यार तो भी फ़साना होता है

लव खामोश दिल में अफसाना होता है

त्थर की बूट की तरह मायूस ये akash

अपने पर मर जाना होता है

कौन जाने खुदा की पयाम भी

खुशी में भी रुलाना होता है

प्यार तो भी फसाना होता है

1 टिप्पणी:

  1. धंधे पानी की बातें तो चलती रहेंगी, पर बुढ़ा जाओगे तो क्‍या करोगे, इसलि‍ए जो भी दि‍ल में आये लि‍खते लि‍खवाते रहा करो। मतलब "कहता है दि‍ल" नि‍यमित‍ रखना चाहि‍ये।

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