प्यार तो भी फसाना होता है
लव खामोश , दिल में अफसाना होता है
रुखसत चैन आँखों की नींद
वो भी याद रुलाना होता है
प्यार तो भी फ़साना होता है
लव खामोश दिल में अफसाना होता है
इतना भी न कह पाना की
ये प्यार और दिल हर पे न आना होता है
लेकिन ये भी तो गुजरा ज़माना होता है
प्यार तो फ़साना होता है
लव खामोश दिल में अफसाना होता है
इस दिल की अवाज कभी- कभी
दीये में जलते लौ की तरह परवाना होता है
पता नहीं था की ऐसा भी खुदगर्ज़ जमाना होता है
प्यार तो भी फ़साना होता है
लव खामोश दिल में अफसाना होता है
पत्थर की बूट की तरह मायूस ये akash
अपने पर मर जाना होता है
कौन जाने खुदा की पयाम भी
खुशी में भी रुलाना होता है
प्यार तो भी फसाना होता है